शुक्रवार, 6 नवंबर 2020

एक प्रेत ने बताया कि जहां भी रामायण पाठ होता है, वहां हनुमानजी उपस्थित हो जाते हैं?


यह आम धारणा है कि जहां पर भी रामायण अथवा रामचरित मानस का पाठ होता है, वहां भगवान के परम भक्त हनुमानजी अदृश्य रूप में उपस्थित हो जाते हैं। बड़ी दिलचस्प बात है कि पूरी दुनिया में कई अवसर ऐसे आते होंगे, जहां एक साथ एक ही समय में रामायण पाठ होता होगा, तो यह भी मान्यता है कि वे उन सभी स्थानों पर एक साथ उपस्थित रह सकते हैं। अर्थात सर्वव्यापक व कालतीत हैं। उनके लिए समय व स्थान की कोई भी बाधा नहीं है।

शास्त्रानुसार यह भी स्थापित तथ्य है कि हनुमानजी चिरंजीवी हैं। बताते हैं कि सीता माता ने हनुमानजी को लंका की अशोक वाटिका में राम का संदेश सुनने के बाद आशीर्वाद दिया था कि वे अजर-अमर रहेंगे। यानि कि वे चिरयुवा भी हैं। चूंकि वे अब भी मौजूद हैं व भगवान राम के  अनन्य भक्त हैं, तो इससे यह बात जुड़ती है कि वे हर रामायण पाठ में मौजूद रह सकते हैं और रहते ही हैं। प्रसंगवश बता दें कि हनुमानजी के अतिरिक्त सात अन्य भी चिरंजीवी माने गए हैं। उनमें ऋषि मार्कण्डेय, भगवान वेद व्यास, भगवान परशुराम, राजा बलि, विभीषण, कृपाचार्य व अश्वत्थामा शामिल हैं।


जहां तक राम कथा का सवाल है तो यह मान्यता है कि वह अनादि काल से जारी है। सर्वप्रथम श्रीराम की कथा शंकर भगवान ने माता पार्वती को सुनाई थी। उस कथा को एक कौवे ने भी सुन लिया। उसका पुनर्जन्म कागभुशुण्डि के रूप में हुआ। काकभुशुण्डि ने वह कथा अपने शिष्यों को सुनाई। कहा जाता है कि गरुढ़ भगवान को भी उन्होंने यह कथा सुनाई। स्वयं हनुमानजी ने यह कथा एक पाषाण पर लिखी। बाद में ऋषि वाल्मीकि ने यह कथा लिखी। एक प्रसंग यह भी है कि रामचरित मानस के रचियता तुलसीदास जी काशी में राम कथा किया करते थे। उन्हें एक प्रेत ने बताया कि जहां भी रामकथा होती है, हनुमानजी वहां उपस्थित हो जाते हैं। तुलसीदास जी ने एक बार राम कथा के दौरान एक वृद्ध के रूप में हनुमानजी के दर्शन किए। इस पर उन्होंने भगवान राम के दर्शन करवाने को कहा तो हनुमानजी ने कहा कि आपको चित्रकूट में दर्शन होंगे। तुलसीदासजी ने चित्रकूट में ही भगवान राम के दर्शन किए।

राम कथा के दौरान हनुमान जी की उपस्थिति की मान्यता के चलते ही जहां भी रामायण पाठ होता है, तो वहां हनुमानजी के लिए आसन बना कर उस पर उनको आमंत्रित किया जाता है।

-तेजवानी गिरधर

7742067000

tejwanig@gmail.com

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