मेरा अतीत, मेरा अनुभव, मेरा नजरिया, मेरा विजन
शुक्रवार, 23 सितंबर 2022
मर्द त फडो, न त जडो
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
माफी मांगते हुए कान क्यों पकडा करते हैं?
क्या भगवान के नाम पर अपना नाम रखना गुनाह है?
आजकल बच्चों के नाम अलग तरह से रखे जाने लगे हैं। कोई संस्कृत भाषा का नाम तलाशता है तो कोई अंग्रेजीदां। कोई महाभारत कालीन या रामायण कालीन पात्...
क्या शुभ मुहूर्त बेमानी है?
भारतीय संस्कृति में सभी कार्य शुभ मुहूर्त में ही करने की परंपरा है। ऐसा कार्य की सफलता के लिए किया जाता है। इसके प्रति लोगों में गहरी आस्था ...
जान है तो जहान है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें